क्या है ना कि ये उम्र ही ऐसी है थोड़ा सा गलत खाते ही सब गड़बड़ हो जाता है क्या है ना कि ये उम्र ही ऐसी है थोड़ा सा गलत खाते ही सब गड़बड़ हो जाता है
इस कहानी की शुरुआत होती है दिल्ली के छोटे से मोहल्ले से। संजय नाम का एक लड़का था, जिसके इस कहानी की शुरुआत होती है दिल्ली के छोटे से मोहल्ले से। संजय नाम का एक लड़का था...
उसने अब साधना को काफ़ी तंग करना शुरू किया और एक दिन घर आकर धमकी दे डाली! उसने अब साधना को काफ़ी तंग करना शुरू किया और एक दिन घर आकर धमकी दे डाली!
मैं सोचता हूं कि जिस से भी मेरा रिश्ता जुड़े, वह सच्चे दिल का हो। मैं सोचता हूं कि जिस से भी मेरा रिश्ता जुड़े, वह सच्चे दिल का हो।
नहाते ही उनके शरीर से एक और देवी का जन्म हुआ, जिनका नाम कौशिकी पड़ा। नहाते ही उनके शरीर से एक और देवी का जन्म हुआ, जिनका नाम कौशिकी पड़ा।
"मैं न कहती थी अपने संजय बेटे के लिए परी जैसी सुंदर बहू लाऊंगी, "मैं न कहती थी अपने संजय बेटे के लिए परी जैसी सुंदर बहू लाऊंगी,